शास्त्रोक्त-यूनानी नुस्खे
सदियों से यूनानी इलाज को हर वर्ग की तरफ से यहाँ तक कि देश विदेश में भी मान्यता मिलती आ रही है क्योंकि आज की आधुनिक ऐलोपैथिक चिकित्सा मनुष्य की जिन तकलीफों का इलाज नहीं कर सकती उन्हीं तकलीफों का इलाज यूनानी चिकित्सा से सुलभ है। यूनानी इलाज से जटिल से जटिल शारीरिक व्याधियों का भी सफल इलाज हो सकता है।
हजारों वर्ष पहले ऐलोपैथी इलाज का चलन नहीं था तब मनुष्य के सभी रोगों का इलाज यूनानी प(ति से ही होता था। जिससे मनुष्य पूरी तरह से आराम पा जाता था। आज के युग में भी वही नुस्खें, जड़ी-बूटियां, खनिजों, द्रव्यों, कुश्तों, रसायनों एवं कीमती भस्मों आदि से परिष्कृत वैज्ञानिक प(ति द्वारा तैयार किये जाते हैं जिनका असर भी काफी तेज व प्रभावशाली होता है।
कुछ लोगों ने लालचवश अधिक धन बटोरने के लिए शु( जड़ी बूटियों व द्रव्यों के बदले नकली रंगो व रसायनों का प्रयोग करके अपने इलाज को राजा महाराजा व नवावों वाला इलाज बताकर यूनानी को बदनाम कर दिया है इसका मतलब तो यही है कि पहले यूनानी इलाज सिर्फ राजा महाराजाओं का ही किया जाता था, साधारण जनता का नहीं। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर हमनें शु( यूनानी तरीके से दुर्लभ असली जड़ी-बूटी, असली द्रव्यों व रसायनों तथा कीमती भस्मों, कुश्तों से इलाज तैयार करके उन निराश रोगियों की सेवा करने का संकल्प लिया है जो कई प्रकार के रोगों से घिरकर अपने जीवन को नर्क बना चुके हैं। तथा राजा महाराजा व नवाबों वाले इलाज की सामथ्र्य नहीं रखते। ऐसे रोगी निराश न हों हमसे मिलें या लिखें उन्हें सही रास्ता बताकर भटके हुए तथा निराश हुए रोगियों को स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कराकर उन्हें सही दिशा प्रदान करेंगे।
आज के युग में पहले तो असली वस्तु को प्राप्त करना ही कठिन है यदि प्राप्त भी हो गई तो कौन चिकित्सक इतना कठिन परिश्रम या पैसा खर्च करता है लेकिन हमारे पास सिर्फ रोगी का कल्याण है, रोगी का रोग दूर हो तथा वह जीवन भर सुखी रहे ताकि हमें भी यश प्राप्त हो हम इसी उद्देश्य को लेकर उत्तम से उत्तम इलाज तैयार करते हैं। इलाज वही जिससे रोग उम्र भर के लिए कट जाये और रोगी को एकदम स्वस्थ व निरोग बना दे। ऐसे प्रभावशाली इलाज का वर्णन प्राचीन शास्त्रों व ग्रन्थों में है। हमारे इलाज का भी मूल आधार यही ग्रन्थ हैं।